किताबों, साहित्य के शौकीनों के लिए आज का दिन किसी फेस्टिवल से कम नहीं। दुनिया के सबसे बेहतरीन नाटककार विलियम शेक्सपियर की याद में हर साल इस दिन को Shakespeare Day के रूप में मनाते हैं।
उनकी डेट ऑफ बर्थ को लेकर कन्फ्यूजन है मगर परंपरागत रूप से उसे 23 अप्रैल को मनाया जाता है। इस महान लेखक ने दुनिया को अलविदा भी ने 23 अप्रैल 1616 को कहा था। UNESCO ने 1995 में इस दिन को World Book and Copyright Day के रूप में मनाने का फैसला किया। 38 नाटक और 154 सॉनेट लिखने वाले शेक्सपियर खुद भी परफॉर्म किया करते थे। Hamlet, King Lear, Othello, Macbeth और Romeo and Juliet कुछ वो कालजयी नाटक हैं, जिनकी वजह से शेक्सपियर को इतना ऊंचा दर्जा मिला है।
आइए जानते हैं साहित्य के इस सितारे के बारे में कुछ खास बातें-
बेहद कम शब्दों में रची अपनी दुनिया
विलियम शेक्सपियर जिस दौर में लिख रहे थे, उस दौर में अंग्रेजी का कोई मानक नहीं था। एक शब्द की अलग-अलग स्पेलिंग प्रचलित थीं। उन पर रिसर्च करने वाले डेविड क्रिस्टल के मुताबिक उस वक्त अंग्रेजी में कोई डेढ़ लाख शब्द हुआ करते थे। शेक्सपियर ने अपनी किताबों में करीब 30 हजार अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल किया है। हालांकि इनमें एक ही शब्द के कई रूप शामिल हैं। क्रिस्टल मानते हैं कि शेक्सपियर की वकॅबुलरी करीब 20 हजार शब्दों की रही होगी। हाई स्कूल में बढ़ने वाले एक आम इंसान की वकॅबुलरी में भी 30 से 40 हजार शब्द होते हैं। ऐसे में इतने कम शब्दों में ऐसे नाटक लिख पाना, शेक्सपियर इसीलिए साहित्य जगत में सबसे महान नाटककार माने जाते हैं।
शादी से पहले ही गर्भवती थी पत्नी
शेक्सपियर जब सिर्फ 18 साल के थे, तब उन्होंने एन्ने से शादी की। एन्ने उस वक्त 26 साल की थीं और तीन महीने की गर्भवती थीं। शादी के छह हफ्तों बाद, उनके पहले बच्चे सुजैना का जन्म हुआ। इसके बाद जुड़वां बच्चे भी हुए। खुद शेक्सपियर सात भाई-बहन थे।
एक्टर भी थे शेक्सपियर
शेक्सपियर ने बतौर परफॉर्मर भी काम किया। वह ‘लॉर्ड चेम्बरलेंस मेन’ नाम की एक कंपनी के को-ओनर भी थे। अपने कई नाटकों में शेक्सपियर ने खुद एक्टिंग की।
असल इवेंट्स पर बेस्ड हैं कई नाटक
शेक्सपियर के कई नाटक ऐतिहासिक घटनाओं, तथ्यों पर आधारित हैं। वह कई साथी सच्ची घटनाओं को ड्रामेटाइज करके पेश करते थे। मिसाल के तौर पर हैमलेट, स्कैंडिनीविया की किवदंती- एमलेथ पर आधारित है।
तीन तरह के नाटक लिखे
शेक्सपियर के नाटकों को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है। उन्होंने कॉमेडी, ट्रेजडी के अलावा हिस्ट्री जॉनर में भी हाथ आजमाया।
इंगलिश को दिए नए शब्द
शेक्सपियर ने नए शब्दों को लेकर खूब प्रयोग किया था। एक अनुमान के मुताबिक उन्होंने अंग्रेजी भाषा को 1,700 से 3,000 शब्द दिए। उन्होंने कई सारे वाक्यांश और मुहावरे भी चलन में ला दिए।
अपना नाम ठीक से नहीं लिखते थे शेक्सपियर
शेक्सपियर ने कभी अपने नाम की स्पेलिंग ठीक से नहीं लिखे। अक्सर वह “Willm Shakp” के नाम से दस्तखत किया करते थे। अपनी वसीयत में उन्होंने अपनी पत्नी को केवल एक बिस्तर दिया।
उनकी डेट ऑफ बर्थ को लेकर कन्फ्यूजन है मगर परंपरागत रूप से उसे 23 अप्रैल को मनाया जाता है। इस महान लेखक ने दुनिया को अलविदा भी ने 23 अप्रैल 1616 को कहा था। UNESCO ने 1995 में इस दिन को World Book and Copyright Day के रूप में मनाने का फैसला किया। 38 नाटक और 154 सॉनेट लिखने वाले शेक्सपियर खुद भी परफॉर्म किया करते थे। Hamlet, King Lear, Othello, Macbeth और Romeo and Juliet कुछ वो कालजयी नाटक हैं, जिनकी वजह से शेक्सपियर को इतना ऊंचा दर्जा मिला है।
आइए जानते हैं साहित्य के इस सितारे के बारे में कुछ खास बातें-
बेहद कम शब्दों में रची अपनी दुनिया
विलियम शेक्सपियर जिस दौर में लिख रहे थे, उस दौर में अंग्रेजी का कोई मानक नहीं था। एक शब्द की अलग-अलग स्पेलिंग प्रचलित थीं। उन पर रिसर्च करने वाले डेविड क्रिस्टल के मुताबिक उस वक्त अंग्रेजी में कोई डेढ़ लाख शब्द हुआ करते थे। शेक्सपियर ने अपनी किताबों में करीब 30 हजार अलग-अलग शब्दों का इस्तेमाल किया है। हालांकि इनमें एक ही शब्द के कई रूप शामिल हैं। क्रिस्टल मानते हैं कि शेक्सपियर की वकॅबुलरी करीब 20 हजार शब्दों की रही होगी। हाई स्कूल में बढ़ने वाले एक आम इंसान की वकॅबुलरी में भी 30 से 40 हजार शब्द होते हैं। ऐसे में इतने कम शब्दों में ऐसे नाटक लिख पाना, शेक्सपियर इसीलिए साहित्य जगत में सबसे महान नाटककार माने जाते हैं।
शादी से पहले ही गर्भवती थी पत्नी
शेक्सपियर जब सिर्फ 18 साल के थे, तब उन्होंने एन्ने से शादी की। एन्ने उस वक्त 26 साल की थीं और तीन महीने की गर्भवती थीं। शादी के छह हफ्तों बाद, उनके पहले बच्चे सुजैना का जन्म हुआ। इसके बाद जुड़वां बच्चे भी हुए। खुद शेक्सपियर सात भाई-बहन थे।
एक्टर भी थे शेक्सपियर
शेक्सपियर ने बतौर परफॉर्मर भी काम किया। वह ‘लॉर्ड चेम्बरलेंस मेन’ नाम की एक कंपनी के को-ओनर भी थे। अपने कई नाटकों में शेक्सपियर ने खुद एक्टिंग की।
असल इवेंट्स पर बेस्ड हैं कई नाटक
शेक्सपियर के कई नाटक ऐतिहासिक घटनाओं, तथ्यों पर आधारित हैं। वह कई साथी सच्ची घटनाओं को ड्रामेटाइज करके पेश करते थे। मिसाल के तौर पर हैमलेट, स्कैंडिनीविया की किवदंती- एमलेथ पर आधारित है।
तीन तरह के नाटक लिखे
शेक्सपियर के नाटकों को तीन हिस्सों में बांटा जा सकता है। उन्होंने कॉमेडी, ट्रेजडी के अलावा हिस्ट्री जॉनर में भी हाथ आजमाया।
इंगलिश को दिए नए शब्द
शेक्सपियर ने नए शब्दों को लेकर खूब प्रयोग किया था। एक अनुमान के मुताबिक उन्होंने अंग्रेजी भाषा को 1,700 से 3,000 शब्द दिए। उन्होंने कई सारे वाक्यांश और मुहावरे भी चलन में ला दिए।
अपना नाम ठीक से नहीं लिखते थे शेक्सपियर
शेक्सपियर ने कभी अपने नाम की स्पेलिंग ठीक से नहीं लिखे। अक्सर वह “Willm Shakp” के नाम से दस्तखत किया करते थे। अपनी वसीयत में उन्होंने अपनी पत्नी को केवल एक बिस्तर दिया।