अंग्रेजी भाषा की भारतीय साहित्यकार एवं उपन्यासकार प्रीति सिंह का बेस्ट सेलिंग उपन्यास है #FlirtingwithFate। जी हां, अंग्रेजी भाषा की भारतीय साहित्यकार एवं उपन्यासकार प्रीति सिंह का आज जन्मदिन है। प्रीति सिंह 26 अक्टूबर 1971 के दिन अंबाला (हरियाणा) में पैदा हुई थीं।
सन् 2012 में प्रकाशित इनका पहला उपन्यास #FlirtingwithFate बेस्ट सेलिंग उपन्यास रहा और वे अपनी दूसरी किताब “क्रॉसरोड्स” के साथ एक अवॉर्ड विजेता लेखिका बनी। प्रीति सिंह का एक अन्य उपन्यास क्रॉसरोड्स, भारत का पहला ऐसा उपन्यास है, जिसमें पात्रों के रूप में वास्तविक जीवन के लोगों का समावेश है। प्रीति सिंह के इस उपन्यास को इंडिया बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड्स (India Book of World Records) में नाम दर्ज किया जा चुका हैं।प्रीति सिंह एक सैनिक परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता मेजर जनरल श्री कुलवंत सिंह भारतीय सेना से सेवानिवृत्त हैं।
प्रीति सिंह के पहले क्राइम थ्रिलर उपन्यास “फ्लर्टिंग विथ फेट” को राष्ट्रमंडल बुकर पुरस्कार (Commonwealth Booker Prize) के लिए नामांकित और बेस्ट डेब्यू क्राइम फिक्शन 2012 से पुरस्कृत किया गया था। फ्लर्टिंग विथ फेट 80 के दशक की एक कहानी पर आधारित है जो कि शिमला से शुरू होती है। यह थ्रिलर उपन्यास एक युवा लड़के के बचपन से शुरू होने वाले सफर की कहानी है जो कि युवा होने पर समझता है कि आदमी जो बोता है, वही काटता है।
अपनी दूसरी पुस्तक क्रॉसरोड्स में प्रीति सिंह ने नारी की मनोस्थिति को एक कहानी के माध्यम से संजोया है। कहानी में असफल प्रेमिका के भीतर के कश्मकश को दर्शाया गया है जिसमें उसके सामने कई दोराहे आते हैं और वह कब क्या फ़ैसला ले, किसके आसरे जिए, इन्हीं का ताना-बाना है। क्रॉसरोड्स, करीब करीब हर भारतीय महिला के सफर की एक अनकही कहानी है। ये कहानी है कविता के सफर की, जो कि घरेलू हिंसा और परेशान किए जाने से मानसिक दबाव में है और एक पत्नी के तौर पर खोई हुई खुशियों और मानसिक शांति को प्राप्त करने के लिए एक अलग रास्ता चुनने का फैसला करती है। वर्ष 2015 में इनके उपन्यास क्रॉसरोड्स का हिंदी में अनुवाद लेखिका पारुल रस्तोगी द्वारा किया गया।
प्रस्तुति : अलकनंदा सिंंह
आपकी लिखी रचना ब्लॉग "पांच लिंकों का आनन्द" पर मंगलवार 27 अक्टूबर 2020 को साझा की गयी है.... पाँच लिंकों का आनन्द पर आप भी आइएगा....धन्यवाद!
ReplyDeleteधन्यवाद रवींद्र जी
Deleteसादर नमस्कार ,
ReplyDeleteआपकी इस प्रविष्टि् के लिंक की चर्चा कल मंगलवार (27-10-2020 ) को "तमसो मा ज्योतिर्गमय "(चर्चा अंक- 3867) पर भी होगी,आप भी सादर आमंत्रित हैं।
---
कामिनी सिन्हा
धन्यवाद कामिनी जी
Deleteसुन्दर प्रस्तुति
ReplyDeleteहार्दिक बधाई–अशेष शुभकामनाओं के संग
ReplyDeleteधन्यवाद विभा जी
Deleteप्रीति सिंह जी द्वारा सृजित उपन्यासों के बारे में सारगर्भित परिचयात्मक समीक्षा पढ़ कर अच्छा लगा अलकनंदा जी । अवसर मिलने पर जरूर पढूंगी इन्हें । हृदय से आभार आपका इस जानकारी के लिए ।
ReplyDeleteधन्यवाद मीना जी
Deleteउपन्यासकार प्रीति सिंह की रचनाओं का विश्लेषण पढ़ना बहुत अच्छा लगा, अंग्रेजी भाषा के भारतीय उपन्यासकारों में उनका एक विशिष्ट स्थान है, जानकारियों व तथ्यों के साथ आपकी सुन्दर प्रस्तुति, उनकी रचनाओं को पढ़ने के लिए उत्साहित करती है - - नमन सह।
ReplyDeleteधन्यवाद शांतनु जी
Deleteबहुत ही सुंदर जानकारी दी अच्छा लगा पढ़कर.
ReplyDeleteसादर
धन्यवाद अनीता जी
Delete