पुष्टिमार्गीय संत कुंभनदास द्वारा गाये पद से आज ब्रज में समाजगायन हुआ। आप भी सुनिए....
#राग #कान्हरो_बधाई
"दीपमालिका करन आई
व्रज वधू मन हरनि
कंचन थाल लसत कमलन कर।।१।।
नंद महर घर घरनि
गज मोती न के चौक पूराये
गावत मंगल गीत युवती जन
'आसकरण' प्रभु मोहन नागर
निरख हरख प्रफुल्लित तन मन।।२।।..
दीप मालिका करन आई....
#JustListen #KumbhanDas